मुख्यमंत्री से मीटिंग कैंसिल होने के बाद एनएचएम कर्मी लैब की 7वीं मंजिल पर चढ़े

मुख्यमंत्री से मीटिंग कैंसिल होने के बाद एनएचएम कर्मी लैब की 7वीं मंजिल पर चढ़े

मुख्यमंत्री से मीटिंग कैंसिल होने के बाद एनएचएम कर्मी लैब की 7वीं मंजिल पर चढ़े

मुख्यमंत्री से मीटिंग कैंसिल होने के बाद एनएचएम कर्मी लैब की 7वीं मंजिल पर चढ़े

मुलाजिमों का आरोप वह सालों से सेवाएं दे रहे हैं, लेकिन सरका नहीं ले रही है सुध

मोहाली। पंजाब के स्वास्थय विभाग में पिछले 12-13 सालों से ठेका आधार पर सेवायें निभा रहे नैशनल हैल्थ मिशन के कर्मचारी आज मु यमंत्री पंजाब के साथ पहले से तय मीटिंग करने के लिये सरकारी अस्पताल खरड़ में इकट्ठे हुये। प्रशासन द्वारा मु यमंत्री के साथ मीटिंग करवाने से मना करने पर पंजाब के अलग अलग जिलों से आये यूनियन के नेताओं तथा कर्मचारियों में रोष फैल गया जिसके विरोध में 12-13 कर्मचारी ड्रग व फूड टैस्टिंग लैबोरेटरी की सातवीं मंजिल पर चढ़ गये। नैशनल हेल्थ मिशन इंप्लाईज ऐसोसिऐशन के राज्य प्रधान डाक्टर इंद्रजीत राणा ने जानकारी देते हुये कहा कि लगभग 12 हजार स्वास्थय कर्मचारी जिनमें डाक्टर, स्टाफ नर्से, सीएचओ, टीबी विभाग के कर्मचारी तथा दफतरी कर्मचारी शामिल हैं, पिछले 15 सालों से ठेके पर नौकरी करते हुये दिन रात पंजाब के शहरी तथा ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को स्वास्थय सुविधायें दे रहे है। उन्होने बताया कि कोरोना काल में इन हजारों कर्मचारियों ने दिन रात बहुत कम वेतन लेने के बावजूद शानदार काम किया और कोरोना को काबू करने में बेमिसाल योगदान दिया। गौरतलब है कि नैशनल हैल्थ मिशन के तहत पंजाब के पड़ोसी राज्यों हरियाणा, राजस्थान तथा हिमाचल प्रदेश या तो अपने कर्मचारियों को रैगूलर कर चुका है या फिर रैगूलर वेतन दे चुके है। ऐसोसिऐशन के राज्य नेताओं अमरजीत सिंह, अरूणदत्त, मनिंदर सिंह, डाक्टर वाहिद, रमनदीप कौर, जसविंदर कौर, हरपाल सिंह सोढी तथा कमलप्रीत कौर ने प्रशासन को चेतावनी देते हुये कहा कि यह लड़ाई अब आर पार की होगी और सरकार द्वारा उनकी सेवायें रैगूलर करने तक यह संघर्ष जारी रहेगा। इसके बाद एसडीएम खरड़ अवीकेश गुप्ता  तथा पुलिस अधिकारी मौके पर पहुचेंं जिन्होने आश्वासन दिया कि 8 नवंबर के बाद मीटिंग का समय निर्धारित करवाया जायेगा क्योंकि मु यमंत्री इस समय अधिक व्यस्त हैं परंतु यूनियन के नेताओं द्वारा प्रशासन का यह आश्वासन ठुकरा दिया गया। समाचार लिखे जाने तक कोरोना योद्वा लैब की सातवीं मंजिल पर डटे हुये थे और प्रशासन तथा पुलिस द्वारा इस इमारत के मु य गेट समेत आसपास के क्षेत्र में बड़ी सं या मेे पुलिस कर्मचारी तैनात कर दिये गये थे।